हेल्लो दोस्तों आज की इस पोस्ट में लेकर आया हु Islamic Shayari, इस्लामिक शायरी की जड़ें इस्लामी साहित्य और अरबी कविता में मिलती हैं। प्रारंभिक इस्लामिक कवि, जैसे हसन इब्न साबित, अपनी कविताओं में इस्लामिक मूल्यों का जश्न मनाते, पैगंबर की प्रशंसा करते और अल्लाह के प्रति अपनी भक्ति व्यक्त करते थे।
इन कवियों ने एक ऐसा आधार स्थापित किया जिसने आगे चलकर उर्दू, फ़ारसी, और तुर्की जैसी भाषाओं में भक्ति और आध्यात्मिकता से भरी कविताओं का एक विशाल खजाना तैयार किया,islamic shayari,beautiful islamic shayari,allama iqbal islamic shayari,best islamic shayari in urdu,iqbal islamic shayari,sad islamic shayari,short islamic shayari in english,allama iqbal islamic shayari in hindi,allama iqbal islamic shayari in urdu,mohabbat islamic shayari,islamic shayari allah,islamic shayari attitude,islamic shayari ala hazrat
Beautiful Islamic Shayari |
Islamic Shayari | इस्लामिक शायरी
अल्लाह की महिमा: इस्लामिक शायरी में सबसे महत्वपूर्ण विषय अल्लाह की महानता और उसके प्रति प्रेम होता है। कवि अपनी कविताओं के माध्यम से अल्लाह की शक्ति, कृपा, और उसकी रचनाओं की सराहना करते हैं।
तू है रब्ब, तू ही रहमतों का दरिया है,
तेरे बिना जहाँ में कौन हमारा है,
तेरी बंदगी में सुकून मिलता है दिल को,
तू ही है जिसने हमें संभाला है।
नबी का नाम लूँ, लब पर दुआ आ जाती है,
इबादत की महक से रूह महक जाती है,
ऐ मुहम्मद (PBUH), तेरे दर का फकीर हूँ मैं,
तेरी रहमत से मेरी किस्मत चमक जाती है।
अल्लाह के आगे जो सर झुकाते हैं,
वो दुनिया में रहमतें पाते हैं,
नसीब उन्हीं का रौशन होता है,
जो दिल से उसके सामने सिर झुकाते हैं।
इबादत में जो सुकून है, वो कहीं और नहीं,
अल्लाह का करम हो तो कोई गम नहीं,
उसकी रहमत में ही है सारी खुशी,
वो ना हो साथ तो जिंदगी में दम नहीं।
तू ही तो है, जो हर दर्द को दूर कर दे,
अल्लाह का करम हो तो मुश्किलें हल हो जाएं,
उसकी रहमत से बदलती हैं तकदीरें,
वो चाहे तो दुनिया से ताज भी छिन जाएं।
पैगंबर की राह पर चलें जो इंसान,
उसकी जिंदगी में नहीं होता कोई परेशान,
नातें गुनगुनाते रहें हर वक्त,
तो बन जाती है जिंदगी आसान।
अल्लाह की इबादत में चैन पाते हैं,
दुनिया के सारे ग़म भूल जाते हैं,
उसकी रहमत में है जो सुकून,
उसके दर पे जाकर सिर झुकाते हैं।
दुआओं में ताकत है, भरोसा रखो,
अल्लाह के करम से हर दर्द सहो,
वो नहीं छोड़ता किसी को अकेला,
बस उसकी रहमत में सिर झुका कर रहो।
अल्लाह की रहमत हर जगह छाई है,
उसकी बंदगी में ही हर खुशी समाई है,
वो ही है जो बुरे वक्त से बचाता है,
उसका करम ही तो सबको निभाता है।
मुहब्बत हो अल्लाह से तो दिल नूर से भर जाता है,
हर गम-खुशी में उसके साथ सुकून आ जाता है,
सजदा कर जो मांगते हैं सच्चे दिल से,
अल्लाह के करम से सब कुछ मिल जाता है।
Best 350 + Islamic Shayari in Hindi
Beautiful Islamic Shayari |
Beautiful Islamic Shayari | ब्यूटीफुल इस्लामिक शायरी
उर्दू में इस्लामिक शायरी का एक महत्वपूर्ण स्थान है। महान उर्दू कवियों जैसे मीर अनीस, मीर तकी मीर, और अल्लामा इक़बाल ने इस्लामिक शायरी में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी कविताएँ न केवल धार्मिक भावनाओं का प्रतिबिंब हैं, बल्कि उनमें समाज, राष्ट्र और आत्मा के विकास की भी बातें होती हैं।
अल्लाह से मोहब्बत का रिश्ता है हमारा,
वो जो चाहता है, वही होता है सारा,
उसकी रहमत से है ज़मीन-आसमान,
सिर्फ उसका नाम लो, उसी में है सहारा।
रातों को जागकर जो दुआएँ मांगते हैं,
वो अल्लाह से रहमतें पाते हैं,
उसकी करम से बदल जाती हैं तकदीरें,
सजदों में जो आँसू गिराते हैं।
तू है रब, तू ही मालिक हमारा है,
तेरी बंदगी में ही सारा सहारा है,
हम तुझसे माँगें दुआ और करम,
तेरे बिना नहीं कोई हमारा है।
पैग़ाम-ए-मुहब्बत से सिखाया तूने,
हर बुराई से दूर रहना बताया तूने,
ऐ नबी, तेरी तालीम है बेमिसाल,
तेरे नक़्श-ए-क़दम पर चलाया तूने।
अल्लाह के दर पे जो झुकता है सिर,
वो इंसान नहीं होता कभी ग़मज़दा,
उसकी रहमत में है हर खुशी का राज़,
दिल से करो सजदा, बस है यही अल्फ़ाज़।
खुदा से इश्क़ हो जाए तो क्या बात हो,
सजदे में आँखों से बहते आँसू की सौगात हो,
वो ना करे कभी किसी को मायूस,
बस दिल से इबादत हो और करम की बरसात हो।
अल्लाह से जो दिल लगाते हैं,
वो हर ग़म से मुस्कुराते हैं,
उसकी इबादत में जो खो जाते हैं,
दुनिया के हर सुख-चैन पाते हैं।
पैगंबर की राह पे जो चलता है,
वो किसी मुश्किल से नहीं डरता है,
अल्लाह का करम उसे हर घड़ी संभाले,
उसकी रहमत में ही तो सब कुछ समाया है।
तू ही है जो दिलों का हाल जानता है,
तेरे करम से ही हर मुश्किल आसान होता है,
इबादत में जो सिर झुकाते हैं,
अल्लाह उनकी दुआओं को कुबूल करता है।
अल्लाह की इबादत में सुकून मिलता है,
हर सजदे में उसका नूर झलकता है,
जो माँगो दिल से दुआएँ, वो पूरी हो,
उसकी रहमत से सब कुछ बदल जाता है।
Allama Iqbal Islamic Shayari | अल्लामा इकबाल इस्लामिक शायरी
अल्लामा इक़बाल, जिन्हें "शायर-ए-मशरिक़" (पूर्व के कवि) के रूप में भी जाना जाता है, ने अपनी कविताओं के माध्यम से इस्लामी एकता, आत्म-साक्षात्कार और अल्लाह के प्रति समर्पण की भावना को प्रकट किया। उनकी कविताएँ इस्लामिक दर्शन और आध्यात्मिकता के गहरे अर्थ को समझने में मदद करती हैं।
मांग लो अल्लाह से हर घड़ी,
उसकी रहमत में ही है हर खुशी,
वो जो चाहे, वही होता है,
उसके करम से हर दर्द मिट जाता है।
अल्लाह के घर में जो सर झुकाते हैं,
वो दुनिया की हर नेमत पाते हैं,
उसके दर पे जो सच्चे दिल से जाएं,
वो हर मुश्किल से मुस्कुराते हैं।
तेरी रहमत से बदल जाती है किस्मत हमारी,
तेरी बंदगी में ही है खुशी हमारी,
तू जो चाहे तो कोई ग़म न हो,
तेरी रहमत से सँवर जाती है दुनिया हमारी।
तेरी राहों में सुकून मिलता है हमें,
तेरे सजदे में हर दर्द दूर होता है,
अल्लाह, तेरा करम ही तो है सब कुछ,
तेरी इबादत में ही हर सवेरा होता है।
अल्लाह के बंदे कभी हारते नहीं,
वो उसकी रहमत से कभी टूटते नहीं,
जो मांगते हैं दिल से, मिल जाता है,
सजदों में उनकी तकदीरें बदल जाती हैं।
पैगंबर की तालीमों पर चलो,
अल्लाह के नूर से दिल को भर लो,
इबादत में वो बरकत है,
जो माँगो दिल से, वो सबकुछ मिल जाए।
इबादत का सुकून हर दिल को भाए,
सजदों में रोने से हर ग़म मिट जाए,
अल्लाह का करम हो जिसके साथ,
उसकी ज़िंदगी में कभी कोई मुश्किल न आए।
दुआओं में ताक़त है, ऐ इंसान,
अल्लाह के करम से बन जाएगी पहचान,
उसकी रहमत में छुपी है हर मुराद,
सिर्फ उसको पुकारो, वही देगा हर फरियाद।
दिल की धड़कनें भी अल्लाह का नाम लेती हैं,
उसकी रहमत से हर खुशी मिलती है,
वो नहीं छोड़ता किसी को अकेला,
जो सच्चे दिल से उसे याद करते हैं।
अल्लाह से दुआ है कि रहमत बरसाए,
हर मुश्किल से हमें वो निजात दिलाए,
उसकी इबादत में ही है सुकून,
उसके करम से ही हर मुराद पूरी हो जाए।
Beautiful Islamic Shayari |
Best Islamic Shayari in Urdu | बेस्ट इस्लामिक शायरी इन उर्दू
आज के दौर में भी इस्लामिक शायरी प्रासंगिक है और इसे सोशल मीडिया और साहित्यिक मंचों पर खूब सराहा जाता है। लोग न केवल धार्मिक अवसरों पर बल्कि दैनिक जीवन में भी इस शायरी को सुनते और पढ़ते हैं, ताकि उन्हें आध्यात्मिक शांति और प्रेरणा मिल सके।
जो अल्लाह को दिल से पुकारते हैं,
वो हर मुश्किल से दूर हो जाते हैं,
उसकी रहमत से बदल जाती हैं तक़दीरें,
सजदे में जो आँसू बहाते हैं।
अल्लाह की रहमत से भर जाती है ज़िंदगी,
हर ग़म की रात में मिलती है रौशनी,
उसकी इबादत से सबकुछ बदल जाता है,
वो जो चाहे तो हर दर्द मिट जाता है।
तेरी रहमत के बिना कुछ नहीं है,
तेरी इबादत से ही सुकून है,
अल्लाह, तेरी रहमत हमें मिल जाए,
हर ग़म की घड़ी में तू ही हमें संभाले।
अल्लाह की बंदगी में है सारा जहान,
उसके करम से ही होता है सारा काम,
दुआएँ माँगो दिल से और देखो,
वो बदल देगा हर रात को सवेरा।
हर सांस में उसका नाम बसा लो,
इबादत में उसका सुकून पा लो,
अल्लाह की रहमत से मिल जाएगा रास्ता,
बस उसकी राहों में खुद को झुका लो।
अल्लाह के करम से जो दिल भर जाता है,
वो हर ग़म और दुःख से बच जाता है,
सजदे में माँग लो दिल की हर मुराद,
वो है, जो कभी किसी को नहीं भूलता।
अल्लाह का करम हो जब साथ,
हर मुश्किल हो जाती है आसान,
उसकी इबादत में है छुपी हर खुशी,
वो है सबकी रहमतों का मेहमान।
तेरे दर पे झुका है जो, वो सच्चा बंदा है,
अल्लाह की इबादत में ही हर सुकून छुपा है,
माँग लो उससे हर दर्द की दवा,
उसके करम से ही हर ग़म मिटा है।
दुनिया के ग़मों से जो थक जाते हैं,
वो अल्लाह के दर पे सिर झुका जाते हैं,
उसकी रहमत से मिलती है हर खुशी,
सजदे में आँसू जो बहा जाते हैं।
तेरे करम से बदल जाती है तक़दीर,
अल्लाह, तू ही है सबसे बड़ा बशीर,
तेरी इबादत में ही है सुकून की रात,
तेरी रहमत से हो जाती है हर बात।
Beautiful Islamic Shayari |
Mohabbat Islamic Shayari | मोहब्बत इस्लामिक शायरी
पैगंबर की तालीम में जो चल पड़ता है,
वो दुनिया के हर ग़म से बच जाता है,
अल्लाह की रहमत से पाता है सुकून,
हर दर्द उसके दर पे मिट जाता है।
दुआओं में वो ताक़त है,
अल्लाह के करम से हर मुश्किल आसान है,
उसकी रहमत से बदल जाती हैं राहें,
बस दिल से उसकी इबादत की चाह है।
अल्लाह की बंदगी में है सुकून भरा,
उसकी रहमत से हर दर्द हुआ जुदा,
उसकी इबादत से बदलती है तक़दीरें,
वो है, जो हर बंदे की सुनता है दुआ।
दिल से पुकारो अल्लाह का नाम,
वो ही तो है हर दर्द का अरमान,
उसकी इबादत से बदल जाएगी राहें,
वो जो चाहे तो मिटा दे हर शिकायतें।
अल्लाह की रहमत हो जब साथ,
हर अंधेरा हो जाता है उजियारा,
उसकी इबादत में छुपी है बरकत,
वो नहीं छोड़ता किसी को अकेला।
तेरे सजदे में सुकून मिलता है,
हर ग़म का दर्द दूर होता है,
अल्लाह, तेरे करम से जिंदगी महकती है,
तू जो साथ हो, तो हर मुश्किल हल होती है।
जो अल्लाह से इश्क़ करते हैं,
वो कभी ग़मों से नहीं डरते हैं,
उसकी रहमत से मिलती है राहें,
वो जो चाहे, वही होते हैं फ़रिश्ते।
तू है मालिक, तू ही रहमत का दरिया है,
तेरी इबादत में सारा जहाँ समाया है,
अल्लाह, तेरे करम से ही है जिंदगी,
तेरे बिना सब कुछ फिज़ूल है, सिवा।
तेरे नाम से ही मिलती है ताक़त,
तेरी इबादत से बदल जाती है किस्मत,
अल्लाह, तेरी रहमत का है ये जहाँ,
तू जो चाहे तो मिट जाए हर परेशानी।
तेरे दर पे जो आ जाता है,
वो हर ग़म से छुटकारा पा जाता है,
अल्लाह की रहमत में है सुकून का नूर,
उसकी इबादत से मिलती है हर मंज़िल की राह।
अल्लाह के दर पे जो झुक जाए,
वो हर ग़म से निजात पाए,
उसकी रहमत में है सुकून भरा,
वो नहीं छोड़ता किसी को अकेला।
तेरे नाम की रोशनी हर तरफ छा जाती है,
तेरी रहमत से हर मुश्किल हल हो जाती है,
अल्लाह, तेरे करम से ही है सब कुछ,
तेरे बिना जिंदगी अधूरी रह जाती है।
अल्लाह की इबादत में खो जाता है दिल,
हर सजदे में मिलता है सुकून का सिलसिल,
तेरी रहमत से ही है हर दर्द का इलाज,
तू ही है सबसे बड़ा और तू ही है सबसे ख़ास।
रब की इबादत में ही है हर खुशी,
दुनिया की दौलतें सब हैं फानी,
अल्लाह की रहमत से बनती है तक़दीर,
उसके करम से ही सवेरा होता है हर पीर।
अल्लाह की रहमत जब बरसती है,
हर बंजर ज़मीन भी खिल जाती है,
उसकी इबादत में छुपी है हर खुशी,
वो जो चाहे, सब कुछ मिल जाता है।
दुआओं में जो सच्चाई होती है,
अल्लाह की रहमत से हर चाह पूरी होती है,
उसके दर पे जो सिर झुकाते हैं,
वो हर खुशी पाते हैं, ग़म मिटाते हैं।
तू ही है जो हर ख्वाहिश सुनता है,
अल्लाह का करम हर मुश्किल को ढूंढता है,
उसकी इबादत में खो जाओ दिल से,
वो नहीं छोड़ता कभी अपने बंदे को अकेले।
अल्लाह की इबादत से मिलती है रौशनी,
हर मुश्किल में उसकी रहमत होती है नई,
उसकी बंदगी में ही है असली सुकून,
वो नहीं छोड़ता कभी किसी को मायूस।
सजदा कर जो अल्लाह से कुछ माँगते हैं,
वो हर दुआ को कुबूल करते हैं,
उसकी रहमत में छुपी है हर खुशी,
उसके दर पे जो सिर झुकाते हैं।
अल्लाह की रहमत से मिलती है राहत,
हर ग़म और परेशानी से मिलती है फुर्सत,
इबादत में ही है सारा जहाँ समाया,
उसके बिना कुछ भी नहीं है भाया।
Beautiful Islamic Shayari |
Islamic Shayari Attitude | एटीट्यूड इस्लामिक शायरी
अल्लाह के करम से चलता है जहान,
हर दिल में बसता है उसका नाम,
उसकी इबादत में है सुकून भरा,
वो नहीं छोड़ता अपने बंदों को कभी अधूरा।
अल्लाह से जो दिल लगाते हैं,
वो हर दर्द से बच जाते हैं,
उसकी इबादत में छुपी है हर खुशी,
वो नहीं छोड़ता किसी को कभी तनहा।
तेरी रहमत का दरिया है बेमिसाल,
तेरी इबादत से बदल जाता है हाल,
अल्लाह, तेरा करम ही तो है सब कुछ,
तू जो चाहे, मिट जाए हर बवाल।
तू ही है जो हर आँसू को समझता है,
तेरे करम से हर ग़म मिटता है,
अल्लाह, तेरी इबादत में है सारा जहान,
तेरे बिना सब कुछ अधूरा सा है, अरमान।
अल्लाह की रहमत से भर जाए दिल,
हर ग़म का चेहरा हो जाए ग़ायब,
उसकी इबादत में ही है सारा जहाँ,
वो जो चाहे, बदल दे हर पहलवान।
सजदा कर के मांग लो हर मुराद,
अल्लाह के करम से बदल जाएगी हर फ़रियाद,
उसकी इबादत में ही है सुकून भरा,
वो नहीं छोड़ता कभी अपने बंदों को तनहा।
तेरे नाम की खुशबू से महकता है दिल,
तेरी इबादत में सुकून का सिलसिल,
अल्लाह, तेरी रहमत से ही मिलती है राह,
तू है सबका सहारा, सबकी पनाह।
अल्लाह के दर पे जो झुकता है,
वो कभी हारता नहीं, सदा जीतता है,
उसकी रहमत से बदल जाती है तक़दीर,
हर ग़म उसकी इबादत से दूर होता है फिर।
दुआओं में है जो ताक़त भरी,
अल्लाह की इबादत में है हर खुशी छिपी,
उसके करम से ही बदलती है दुनिया,
वो जो चाहे, पूरी कर दे हर दुनिया।
अल्लाह की रहमत हो जब साथ,
हर ग़म और परेशानी हो जाती है पास,
उसकी इबादत में है बरकत भरी,
वो नहीं छोड़ता किसी को कभी अधूरी।
इबादत की रोशनी से दिल महकता है,
हर ग़म का दर्द दूर हो जाता है,
अल्लाह, तेरी रहमत से बदलती है किस्मत,
तू ही है सब कुछ, तेरे बिना कुछ नहीं मिलता।
अल्लाह का करम हर घड़ी साथ है,
उसकी रहमत से हर मुश्किल हल है,
जो सजदा करे दिल से, वो पाता है सुकून,
अल्लाह ही है सबसे बड़ा और सबका मेहरबान।
तेरे दर पे जो आते हैं,
वो हर ग़म से निजात पाते हैं,
अल्लाह की इबादत में है सुकून का राज़,
वो जो चाहे, बदल दे हर अल्फ़ाज़।
तेरी रहमत से सवेरा होता है,
हर दुख और तकलीफ दूर होता है,
अल्लाह, तेरी इबादत से ही मिलती है राहत,
तू है सबका सहारा, तू ही है सबका रास्ता।
दुआओं में है सारा जहान,
अल्लाह की रहमत से होता है सारा काम,
उसकी इबादत में है असली सुकून,
वो नहीं छोड़ता किसी को भी अधूरा, इंसान।
तेरी रहमत का दर खुला रहता है,
हर दिल में बस तेरा ही नाम रहता है,
अल्लाह, तेरी इबादत में है सुकून भरा,
तेरे करम से हर मुश्किल हल होता है।
दुआओं में जो सच्चाई है,
अल्लाह के करम में हर राहाई है,
वो जो चाहे तो बदल दे तक़दीर,
उसकी इबादत में छुपी है हर तासीर।
तेरी रहमत की रौशनी में सब कुछ है,
तेरे दर पे जो सिर झुकाए, वो खुशनसीब है,
अल्लाह, तेरी इबादत से मिलता है नूर,
तेरे बिना कोई नहीं, तू ही है हर सुरूर।
अल्लाह के दर से जो मिलता है,
वो दुनिया की हर चीज़ से बेहतर है,
उसकी रहमत में है बरकत भरी,
सजदा कर, मांग ले, पूरी होगी हर उम्मीद सजी।
तेरे नाम की खुशबू से दिल महकता है,
अल्लाह, तेरी इबादत से हर ग़म मिटता है,
जो मांगे सच्चे दिल से, वो पाता है राहत,
तेरे दर पे हर इंसान हो जाता है फुरसत।
Beautiful Islamic Shayari |
Islamic Shayari Ala Hazrat
अल्लाह की रहमत में छिपी है हर दुआ,
उसकी इबादत में मिलती है हर दवा,
वो नहीं छोड़ता किसी को खाली हाथ,
तेरे करम से बन जाता है बिगड़ा हर हालात।
तेरे नाम का हर कोई पुजारी है,
अल्लाह, तू ही सबका सहारा है,
तेरी रहमत से मिलती है राहत,
तेरे दर पे हर इंसान को मिलती है बरकत।
जो झुकते हैं तेरे दर पर,
वो पाते हैं तेरी रहमत की खबर,
अल्लाह की इबादत में है सारा सुकून,
वो नहीं छोड़ता अपने बंदों को कभी अधूरा।
तेरी इबादत में है सुकून का सफर,
अल्लाह, तेरे दर पे मिलता है हर असर,
जो मांगे दिल से दुआ, वो पाता है राहत,
तेरे करम से हर ग़म हो जाता है कफन।
तेरी रहमत का समुंदर है बेमिसाल,
तेरी इबादत से बदल जाता है हर हाल,
अल्लाह, तू है सबका मालिक और मसीहा,
तेरी रहमत से मिलता है हर दर्द का इलाज़।
अल्लाह की इबादत में है छिपी हर खुशी,
दुआओं में है उसकी रहमत की रोशनी,
जो सजदा करे, वो पाता है सुकून,
वो नहीं छोड़ता अपने बंदों को कभी मायूस।
तेरे नाम की बरकत से बदल जाती है तक़दीर,
तेरे करम से मिलती है हर ग़म की तासीर,
अल्लाह, तेरी इबादत में है सारा जहाँ,
तेरी रहमत से मिलती है हर राह।
अल्लाह की रहमत हर दिल में बसी,
उसकी इबादत से मिट जाती है हर बेबसी,
वो जो चाहे, बदल दे तक़दीरें,
सजदे में जो आँसू बहा कर माँगते हैं दुआ।
दुआओं में है वो ताकत भरी,
अल्लाह की रहमत से बदल जाती है हर खुशी,
जो सजदा करे दिल से उसके दर पर,
वो पाता है सुकून और राहत का सफर।
तेरी रहमत से बदल जाती है तक़दीर,
हर ग़म की रात होती है नूर से असीर,
अल्लाह, तेरी इबादत में ही सारा जहाँ,
तेरे करम से मिलता है हर सुख-चैन का अरमान।
अल्लाह के करम से होती है राहत,
हर ग़म और तकलीफ से मिलती है फुर्सत,
तेरी इबादत में है हर खुशी समाई,
तेरे बिना ज़िंदगी हो जाती है तन्हाई।
जो दिल से करे तेरा नाम पुकार,
अल्लाह की रहमत से होता है सारा संसार,
उसकी इबादत में है सारा जहान,
वो जो चाहे, बदल दे हर इंसान।
तेरे दर पे सिर झुका कर जो माँगे,
अल्लाह की इबादत में हर मुराद पाए,
उसकी रहमत से मिलती है हर खुशी,
वो जो चाहे, दे दे हर खुशी।
अल्लाह की इबादत में है सुकून की रोशनी,
दुआओं में है उसकी रहमत की बरकत,
वो जो चाहे, पूरी कर दे हर ख्वाहिश,
उसके दर पे जो सिर झुका कर आए।
तेरे नाम की रोशनी से दिल हो जाता है रौशन,
तेरी इबादत में मिलती है हर खुशी,
अल्लाह, तेरी रहमत से बदल जाती है तक़दीर,
तेरे करम से हर ग़म हो जाता है दूर।
अल्लाह के करम से होती है हर मुश्किल हल,
उसकी इबादत में मिलता है सुकून का पल,
जो दिल से पुकारो उसका नाम,
वो बदल देगा हर मुश्किल का अंजाम।
तेरी रहमत से हर ग़म मिट जाता है,
अल्लाह, तेरी इबादत से दिल भर जाता है,
तेरे दर पे जो सिर झुकाए सच्चे दिल से,
वो हर खुशी पाता है तेरी रहमत की छांव में।
अल्लाह की रहमत हो जब साथ,
हर दर्द और तकलीफ हो जाती है पास,
उसकी इबादत में है सारा सुकून,
वो नहीं छोड़ता किसी को अधूरा, इंसान।
तेरे नाम की रौशनी हर दिल को महकाती है,
तेरी इबादत से हर खुशी मिल जाती है,
अल्लाह, तेरे करम से है सारा जहाँ,
तू ही है सबका मसीहा, सबका मेहरबान।
अल्लाह की रहमत से बदल जाती है तक़दीर,
सजदे में जो आँसू बहा कर माँगते हैं दुआ,
उसकी इबादत में ही छुपी है हर खुशी,
वो जो चाहे, पूरी कर दे हर दुआ।
निष्कर्ष
इस्लामिक शायरी सिर्फ कविताओं का संग्रह नहीं है, बल्कि यह आध्यात्मिकता, भक्ति और सच्चे प्रेम की अभिव्यक्ति का माध्यम है। यह शायरी islamic shayari,beautiful islamic shayari,allama iqbal islamic shayari,best islamic shayari in urdu,एक व्यक्ति के भीतर की शांति, अल्लाह के साथ संबंध और उसके प्रति गहरे समर्पण को प्रकट करती है। चाहे वो पुराने समय के कवि हों या आज के आधुनिक लेखक, इस्लामिक शायरी हमेशा से लोगों के दिलों को छूने वाली रही है।
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